योगी आदित्यनाथ जी का बयान और यूपी दंगा: दंगाइयों और उनके समर्थकों से सीधे सवाल
योगी आदित्यनाथ जी का बयान
बरेली दंगे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा:
“कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है।” – योगी आदित्यनाथ (AajTak)
उन्होंने कहा कि “ना जाम लगेगा, ना कर्फ्यू होगा।” (Jagran)। 2017 से पहले दंगे आम थे, अब दंगाइयों को चुन-चुनकर सज़ा दी जाएगी।
“I Love Muhammad” दंगा: असलियत
बरेली में “I Love Muhammad” के नाम पर भीड़ जुटाई गई। पुलिस को पेट्रोल बम, हथियार और पत्थरों का जखीरा मिला। यह घटना दर्शाती है कि कुछ तत्व धर्म के नाम पर हिंसा बढ़ावा दे रहे हैं।
दंगाइयों और उनके समर्थकों से सीधे सवाल
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क्या आपने भीड़ इकट्ठा करने के लिए प्रशासन से अनुमति ली थी?
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क्या आप कानून से ऊपर हैं कि खुलेआम हिंसा कर सकें?
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अगर आपको सच में मोहब्बत दिखानी थी तो “I Love Muhammad” के नाम पर दंगा क्यों?
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क्या मस्जिदों और मजलिसों को हिंसा भड़काने का अड्डा बनाना चाहिए?
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अगर अमन का पैग़ाम देना था तो हथियार और बम क्यों बरामद हुए?
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क्या नेताओं के कहने पर मासूमों की जान लेना जायज़ है?
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क्या निर्दोष नागरिकों पर हमला करना इंसानियत है या सियासी गुलामी?
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गिरफ्तार लोग समाज की सेवा कर रहे थे या अपने आकाओं का एजेंडा?
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आख़िर कब तक देश को दंगे-फसाद की आग में झोंका जाएगा?
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क्या यह सच नहीं कि ऐसे लोग देश को बदनाम कर रहे हैं, न कि उसका भला?
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अगर आप निर्दोष हैं तो आपके घरों से हथियार और पेट्रोल बम क्यों मिले?
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क्या आप इस्लाम और इंसानियत की छवि सुधार रहे हैं या पूरी दुनिया के सामने उसे गिरा रहे हैं?
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ का बयान कठोर सच्चाई है। यूपी में अब दंगाइयों और उनके समर्थकों की राजनीति नहीं चलेगी। दोषियों को कानून के अनुसार सज़ा मिलेगी। समाज में अमन और भाईचारा बनाये रखना हर नागरिक का कर्तव्य है।
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